NEET MDS 2022 परीक्षा को स्थगित करने की मांग तेज, जानें क्या है मामला.. Feb 15th 2022, 12:16 राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा या को स्थगित करने की मांग हो रही है। नीट MDS परीक्षा का आयोजन 6 मार्च 2022 को किया जाना है। नीट एमडीएस परीक्षा को स्थगित करने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से छात्र ट्विटर पर कैंपेन चला रहे हैं। छात्र हैशटैग #DelayNEETMDS2022 और #DeferNEETMDS2022 के साथ ट्वीट कर रहे हैं। डॉ चिन्मयी गौडा ट्वीट कर लिखती हैं, ''मेरा अनुरोध है कि अतिरिक्त चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक नीट परीक्षा की तारीख बदले क्योंकि कई इंटर्न परीक्षा में बैठने के लिए योग्य नहीं है, साथ ही #NEETPG और #NEETMDS की काउंसलिंग साथ में होती है।'' इसके अलावा NEET PG की याचिका में हाल ही में इंटरवेंशन पिटीशन दाखिल की गई। इंटरवेंशन पिटीशन दाखिल कर छात्रों ने PG की तरह MDS परीक्षा को स्थगित करने की मांग रखी। इस मामले को सुलझाने के लिए 10 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने स्वास्थ्य मंत्रालय को 1 सप्ताह का समय दिया था। NEET MDS को स्थगित करने की मांग क्यों हो रही है?छात्रों का कहना है कि कई छात्रों की इंटर्नशिप पूरी नहीं हुई है। डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा घोषित पात्रता मानदंड के अनुसार, एंट्रेंस परीक्षा में शामिल होने के लिए इच्छुक उम्मीदवारों को 31 मार्च, 2022 तक अपनी इंटर्नशिप पूरी करनी होगी। COVID-19 महामारी के कारण कई कॉलेजों ने इंटर्नशिप देर से शुरू की, जिससे 2016 बैच के छात्र प्रभावित हुए और अब वे इस परीक्षा में बैठने के पात्र नहीं हैं। इसके अलावा 2020 का NEET MDS बैच देर से शुरू हुआ। नवंबर 2021 में ये बैच शुरू हुआ था। जैसा कि उनके पाठ्यक्रम में अभी कुछ ही महीने हुए हैं, इसीलिए इस बैच की पढ़ाई पूरी होने में अभी समय लगेगा। उम्मीदवारों का कहना है कि अगर NEET MDS 2022 6 मार्च, 2022 को आयोजित की जाती है, तो इससे बुनियादी ढांचे पर दबाव पड़ने की संभावना है क्योंकि 2 बैचों को एक साथ समायोजित करना आसान नहीं है। इतना ही नहीं, PG और MDS के उम्मीदवारों की काउंसलिंग साथ में होती है। नीट पीजी परीक्षा स्थगित कर दी गई है और यह अब 21 मई को होनी है। जबकि नीट एमडीएस PG से पहले 6 मार्च को होनी है। MDS की तैयारी कर रहे छात्रों का कहना है कि जब काउंसलिंग साथ में होती है तो परीक्षा PG से पहले क्यों कराई जा रही है? बता दें कि पिछले साल भी ये परीक्षाएं अगल-अलग समय पर हुई थीं, जिसके कारण MDS के उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए 1 साल तक का इंतजार करना पड़ा था। डॉ श्याम जयसवाल ने नवभारत टाइम्स को बताया, ''हमने 10 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और हमने कोर्ट में अपना पक्ष रखा था। कोर्ट ने मंत्रालय को 17 तारीख तक मामले का समाधान करने का आदेश दिया। हम चिंतित हैं और मंत्रालय के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि मंत्रालय हमारी समस्याओं को सुनेगा और जल्द ही कोई फैसला लेगा।'' एक उम्मीदवार श्रेया (बदला हुआ नाम) ने बताया, ''परीक्षा के लिए केवल 20 दिन शेष हैं। 2500 डेंटल छात्र परीक्षा देने के योग्य नहीं हैं और हम एक साल तक घर पर बैठकर अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहते हैं। 2016 बैच, जो पात्र नहीं है, को भी परीक्षा की तैयारी के लिए समय चाहिए क्योंकि हमारी इंटर्नशिप अभी भी चल रही है।'' यह भी पढ़ें: अमित (बदला हुआ नाम) ने कहा, ''नीट पीजी और नीट एमडीएस की काउंसलिंग साथ होती है क्योंकि उनका सॉफ्टवेयर एक जैसा होता है और वे काउंसलिंग के एक ही शेड्यूल का पालन करते हैं। अधिकारियों ने पिछले साल यह बात कही थी। पिछले साल MDS के उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ा था। ऐसे में हम चाहते हैं कि परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाई जाए।'' |